मूल्यपरक शिक्षण का उद्देश्य
विद्यार्थियों के संपूर्ण व्यक्तिव विकास के लिए वर्तमान युग की आवशकता है, कि इन्हें ऐसा सुदृढ़ आधार प्रदान किया जाए जिससे इनका शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक एवं आत्मिक बल बढ़ सके| इसी उद्देश्य से विद्यार्थियों को मुल्यपुरक शिक्षा प्रदान की जाती है, ताकि युवा वर्ग में उच्च नैतिक मूल्यों का आरोपण हो और वे स्वयं सशक्त होकर देश के उतरदायी नागरिक बन सकें|
मूल्यपरक शिक्षण पाठ्यक्रम
अवधि : एक मास